फ्रीलांसिंग क्या है

फ्रीलांसिंग क्या है (Freelancing Kya Hai in Hindi)? जानिए 2024 में फ्रीलांसिंग कैसे शुरू करें

फ्रीलांसिंग (Freelancing), बिना किसी दायरे मे बंधे अपने कौशल, तथा सेवाओं को दूसरों को बेचकर पैसे कमाने का एक सरल तरीका है। आप कभी भी, कहीं से भी, किसी के लिए भी, काम कर सकते हैं, क्योंकि यह ऑनलाइन होता है। साथ ही, इसमें पारंपरिक नौकरी से कम-से-कम 5 गुना अधिक आय भी मिलती है।

इंटरनेट, मोबाइल, तथा AI का तेजी से बढ़ते प्रयोग के कारण, फ्रीलांसिंग भी बहुत तेजी से बढ़ रहा है। 2024 में, 1.57 बिलियन से भी अधिक लोग फ्रीलांसिंग कर रहे हैं। यह पूरी दुनिया में काम करने वाले लोगों का 46.5% है। इसीलिए फ्रीलांसिंग को आधुनिक युग का नौकरी कहें तो गलत नहीं होगा।

आज के इस ब्लॉग पोस्ट में हम आपको विस्तार में बताएंगे फ्रीलांसिंग क्या है (Freelancing Kya Hai in Hindi) और 2024 में इसे कैसे शुरू करें, इसके फायदे तथा नुकसान, चुनौतियां, इसके प्रकार (Types of Freelancing) और इसमें सफलता पाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स (Tips)। इसलिए लेख को पूरा पढ़ें और कोई प्रश्न हो तो हमसे अवश्य पूछे।

फ्रीलांसिंग क्या है
फ्रीलांसिंग क्या है

फ्रीलांसिंग क्या है (Freelancing Kya Hai in Hindi)

फ्रीलांसिंग, घर से ही काम करके पैसे कमाने के प्रक्रिया को कहते हैं। इसमें आपको पारंपरिक नौकरी की तरह, किसी ऑफिस या कार्यालय में नहीं जाना होता। आप अपने घर से, या मनवांछित स्थान से, अपने लैपटॉप या मोबाइल के जरिए इंटरनेट के माध्यम से दूसरों के लिए काम करते हैं।

आपको बस कोई-ना-कोई काम अच्छे से आना चाहिए। जैसे कि डाटा एंट्री, कंटेंट राइटिंग, वीडियो एडिटिंग, पढाना, अकाउंटिंग आदी। यह सभी काम कंप्यूटर तथा इंटरनेट पर ही होता है।

तो इन कामों को करने के लिए, आपको किसी ऑफिस में जाकर करने की आवश्यकता नहीं। आप एक डिवाइस की मदद से, हर उस स्थान से इन कामों को कर सकते हैं जहां इंटरनेट मौजूद हो!

इस प्रक्रिया में, काम देने वाले को ऑफिस नहीं बनाना पड़ता, उसके पैसे बच जाते हैं। इसीलिए काम देने वालों को भी इससे कोई ऐतराज नहीं।

वहीं फ्रीलांसिंग काम करने वाले भी अब ऑफिस जाने, तथा समय सीमा में बंधने की समस्या से मुक्त हो जाते हैं। कब तक काम करना है, कितना काम करना है, और कितने पैसे में काम करना है, यह वे खुद तय कर सकते हैं।

कुल मिलाकर फ्रीलांसिंग, काम देने वाले तथा काम करने वाले, दोनों के लिए पारंपरिक नौकरी से बेहतर विकल्प है।

फ्रीलांसिंग की विशेषताएं

फ्रीलांसिंग की विशेषताएं
फ्रीलांसिंग की विशेषताएं
  • समय की स्वतंत्रता: फ्रीलांसिंग में आपको समय की स्वतंत्रता होती है। कब काम करना है, कितना काम करना है, यह आप खुद तय करेंगे। काम देने वाला बस आपको यह बता देता है, कि उसे वह काम कितने दिन में चाहिए। बाकी आप जब चाहे वह काम करके उसे निर्धारित समय सीमा से पहले दे सकते हैं।
  • काम का मूल्य निर्धारित करने की स्वतंत्रता: कोई आपको कुछ काम दे, उसे कितने में करना है, यह आप खुद तय कर सकते हैं। मूल्य से आप संतुष्ट नहीं तो उस काम को छोड़ सकते हैं, या मूल्य बढ़ाने को कह सकते हैं।
  • काम करने या ना करने की स्वतंत्रता: किसका काम करना है, काम करना है भी या नहीं, यह तय करने के लिए आप पूरी तरह स्वतंत्र हैं। कोई आपको किसी काम के लिए बाध्य नहीं कर सकता।
  • विविधता: आप एक साथ अलग-अलग क्षेत्र में भी काम कर सकते हैं, अगर आप वह काम जानते हैं तो।
  • असीमित कमाई: अगर आप अपने काम में माहिर हैं, तो आप फ्रीलांसिंग से असीमित पैसा कमा सकते हैं। बेहतरीन काम करने वालों को 1 घंटे के लाखों भी मिलते हैं। और-तो-और आप एक ही साथ कई लोगों के लिए भी काम कर सकते हैं, जिससे कमाई बहुत ज्यादा हो सकती है।
  • आप खुद ही खुद के बॉस होंगे,: फ्रीलांसिंग में कोई आपका बॉस नहीं बन सकता, शिवाय आपके। लोग आपसे अनुरोध कर सकते हैं, हुकुम नहीं चला सकते। अगर कोई ऐसा करें, तो आप उसका काम करेंगे ही नहीं।
  • डिग्री की आवश्यकता नहीं: फ्रीलांसिंग में काम पाने के लिए किसी डिग्री की आवश्यकता नहीं होती। अगर आपको काम आता है और आप उसका प्रमाण दे सकते हैं, तो लोग आपको फ्रीलांसिंग काम देंगे ही।

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फ्रीलांसिंग के कितने प्रकार हैं और क्या-क्या (Types of Freelancing)

फ्रीलांसिंग के प्रकार
फ्रीलांसिंग के प्रकार

फ्रीलांसिंग के बहुत सारे प्रकार हो सकते हैं। क्योंकि, यह तो काम देने वाले, और काम करने वाले, दोनों की मर्जी पर निर्भर करता है। अगर दोनों सहमत हैं, तो वह अपनी मर्जी से जिस प्रकार का भी चाहें फ्रीलांसिंग कर सकते हैं।

मैं स्वयं फ्रीलांसिंग करता हूं। अब तो ग्राहकों से संबंध बन गए हैं, तो हम आपसी सहमति से फ्रीलांसिंग को जैसे चाहे वैसे मॉडिफाई करते रहते हैं।

फिर भी, फ्रीलांसिंग के कुछ प्रमुख प्रकार होते हैं, नीचे फ्रीलांसिंग के प्रकार (types of freelancing) का एक टेबल (table) दिया गया है:

प्रकारविवरण
पार्ट-टाइम फ्रीलांसिंगव्यक्ति अपने नौकरी के साथ अतिरिक्त आय के लिए एक-दो घंटे करता है।
फुल-टाइम फ्रीलांसिंगजब कोई पूरे समय फ्रीलांसिंग करता है, दिन के 8-10 घंटे।
रिमोट फ्रीलांसिंगफ्रीलांसर किसी भी स्थान से काम कर सकता है और उसे किसी निश्चित स्थान पर उपस्थित होने की आवश्यकता नहीं होती।
क्लाइंट के अनुसारफ्रीलांसर अपने काम के लिए किसी एक या कई क्लाइंट्स के साथ काम करता है और उनके लिए प्रोजेक्ट्स को पूरा करता है।
प्रोजेक्ट के अनूसारकिसी विशेष प्रोजेक्ट या कार्य के लिए फ्रीलांसर को हायर किया जाता है, और प्रोजेक्ट के समाप्त होने पर अनुबंध समाप्त हो जाता है।
कॉन्ट्रैक्ट आधारितफ्रीलांसर अपने काम के लिए किसी एक या कई क्लाइंट्स के साथ काम करता है और उनके लिए प्रोजेक्ट्स को पूरा करता है।
प्लेटफॉर्म आधारितफ्रीलांसर Upwork, Fiverr, Freelancer जैसे ऑनलाइन प्लेटफार्म्स पर अपनी सेवाएं प्रदान करता है।
स्किल्ड आधारितयह प्रकार किसी विशेष स्किल या विशेषज्ञता (जैसे ग्राफिक डिज़ाइन, प्रोग्रामिंग) पर आधारित होता है।
फ्रीलांसिंग के प्रकार

फ्रीलांसिंग करने के फायदे तथा नुकसान

इसमें कोई संदेह नहीं, फ्रीलांसिंग के बहुत फायदे हैं। पर हर कार्य प्रणाली की तरह इसकी भी कुछ कमियां है। आईए इसके फायदे तथा नुकसान पर एक नजर डालते हैं:

  1. इसमें समय, स्थान आदि की स्वतंत्रता आवश्य है पर नियमित आय की कमी है। ऐसा हो सकता है कि लंबे समय तक आपकी कोई कमाई ही ना हो। और ऐसा भी हो सकता है कि कुछ ही समय में आप साल दो साल का कमाई भी एक साथ कर लें।
  2. इसमें किसी डिग्री की आवश्यकता नहीं, आप अनपढ़ भी हों चलेगा, बस आपको काम आना चाहिए। लेकिन इसमें, सुरक्षा की कमी होती हैं। आज भले ही कमाई हो गई, कल होगी कि नहीं किसे पता।
  3. आप एक साथ कई सारे प्रोजेक्ट पर काम कर सकते हैं, कई तरह के काम कर सकते हैं, लेकिन नौकरी मे मिलने वाले अन्य लाभ जैसे भत्ता, पेंशन, बीमा आदि सुविधा नहीं मिलते।
  4. विविधता आवश्य है, लेकिन एक संतुलित जीवन जिना चुनौती पूर्ण हो सकता है।
  5. बोस का दखलंदाजी नहीं है, पर अकेलापन महसूस होता है।
  6. आपकी कमाई आप पर निर्भर करती है, पर इसमें करियर ग्रोथ की कोई गारंटी नहीं।

फिर भी यह आधुनिक युग का नौकरी है। आने वाले समय में फ्रीलांसिंग इंडस्ट्री लगभग सभी नौकरियां को खा जाएगा। आप पसंद करें या ना करें, पर कार्य क्षेत्र में तेजी से यह अपना पैर पसारता जा रहा है। इसीलिए ना चाहते हुए भी, सभी को, आज नहीं तो कल फ्रीलांसिंग अपनाना ही होगा।

भारत में फ्रीलांसिंग कैसे शुरू करें (चरण-दर-चरण गाइड)

भारत में फ्रीलांसिंग कैसे शुरू करें?
भारत में फ्रीलांसिंग कैसे शुरू करें

फ्रीलांसिंग शुरू करने के लिए, सबसे पहले तो आपको एक कौशल चाहिए, जिसमें आपकी अच्छी खासी महारत हो।

याद रखिए, यहां बिना कौशल के काम नहीं चलने वाला। ऑनलाइन की दुनिया पूरी तरह से इंटरलिंक्ड है। इसलिए फ्रीलांसिंग में, किसी भी क्षेत्र के सर्वश्रेष्ठ लोग ही कमाई कर पाते हैं।

यहां आपका काम अगर ग्राहक को पसंद नहीं आया तो वह तुरंत ही आपको छोड़कर किसी और को काम दे देगा।

फ्रीलांसिंग करने का रोड मैप कुछ इस प्रकार है:

1. कौशल

बिना कौशल के फ्रीलांसिंग कर पाना संभव नही। ऑफलाइन में तो आप छोटा-मोटा कोई भी काम कर लेंगे। पर ऑनलाइन में कमाई करने के लिए कौशल अनिवार्य है।

आपको कम-से-कम एक कौशल में ठीक-ठाक महारत होनी चाहिए। यह कौशल वीडियो एडिटिंग, कंटेंट राइटिंग, डाटा एंट्री, कुछ भी हो सकता है।

क्योंकि यहां, काम देने वालों के पास विकल्प बहुत ज्यादा है। ग्राहक अपने घर बैठे दुनिया के किसी कोने से भी फ्रीलांसर ढूंढ सकते हैं।

इसीलिए निसंदेह वह उन्हीं लोगों को फ्रीलांसिंग काम देंगे, जिनका काम उच्च कोटि का होगा और कीमत भी वाजिब होगा।

2. बेहतरीन पोर्टफोलियो बनाएं

प्रभावशाली पोर्टफोलियो बनाएं। उसमें आपको क्या काम आता है, तथा उससे संबंधित आपके अनुभव, कुशलता के साथ दर्ज करें।

पोर्टफोलियो ऐसा होना चाहिए कि ग्राहक उसे देखकर तथा पढ़कर आपको प्रोजेक्ट देने के लिए इच्छुक हो।

लेकिन पोर्टफोलियो में कभी भी झूठ ना लिखें। उतना ही लिखें जितना आपको आता हो।

वरना एक बार फ्रीलांसिंग इंडस्ट्री में आपका नाम खराब हो गया तो दोबारा काम नहीं मिलेगा।

क्योंकि यहां रिव्यू चलता है, ग्राहक असंतुष्ट हुआ तो वह आपके बारे में गलत रिव्यू लिख सकता है। जिसके बाद आपको फ्रीलांसिंग काम पाना मुश्किल होगा।

अच्छा पोर्टफोलियो बनाने के लिए टिप्स:

  1. अपना वास्तव के फोटो तथा कॉन्टैक्ट डीटेल्स भरे।
  2. अपना वास्तविक नाम तथा पहचान डालें, इससे लोगों को आप पर विश्वास होगा।
  3. पोर्टफोलियो में सच्चाई लिखें।
  4. जो काम आपने पहले से किया है, उसका सैंपल डालें।
  5. संभव हो तो अपने डिग्रीस भी डालें। वैसे फ्रीलांसिंग काम बिना डिग्री के भी कर सकते हैं, बस आप अपने काम में माहिर हों।
  6. फ्रीलांसिंग प्लेटफार्म मे अगर पोर्टफोलियो से संबंधित कोई निर्देश दिया गया है तो उसे फॉलो करें।
Bharat Main Freelancing Kaise Karen
Bharat Main Freelancing Kaise Karen

3. फ्रीलांसिंग प्लेटफार्म ज्वॉइन करें

अधिकांश समय, फ्रीलांसिंग काम पाने के लिए एक थर्ड पार्टी की आवश्यकता होती है। क्योंकि शुरुआत में आप पर कोई यकीन करेगा नहीं। आप कौन हैं, काम आता भी है कि नहीं, कहीं धोखा करके ना भाग जाएं, यह सारे सवाल ग्राहक के दिमाग में रहते हैं। इसलिए शुरुआती दौर में कोई थर्ड पार्टी, अर्थात फ्रीलांसिंग प्लेटफार्म ज्वाइन कर लेना बेहतर है।


कुछ विश्वास स्तरीय फ्रीलांसिंग प्लेटफॉर्म या वेबसाइट यह रहे:

  • Fiverr
  • Upwork
  • Freelancer
  • Guru

ऐसे और भी कई सारे फ्रीलांसिंग प्लेटफार्म है। आप गूगल में जाकर उन्हें ढूंढ सकते हैं।

इन्हें ज्वाइन करने के लिए आपको इनमें अपना एक प्रोफाइल बनाना होता है। प्रोफाइल वास्तविक और प्रभावशाली होना चाहिए।

इसमें अपना एक जेनुइन ईमेल आईडी, असली पहचान, फोटो आदि का इस्तेमाल करें। इससे फ्रीलांसिंग प्लेटफार्म तथा ग्राहकों को आप पर विश्वास होगा।

प्रोफाइल में उतना ही लिखे जितना आप कर सकते हैं। अन्यथा किसी का काम या समय खराब करने पर वह आपको खराब रिव्यू दे देगा। फिर तो आपको क्लाइंट मिलने से रहे।

फ्रीलांसिंग प्लेटफार्म से कमाई करने के लिए ईमानदारी बहुत जरूरी है, आप ग्राहकों से अच्छे संबंध बनाएं, बातचीत की कौशल सीखें, अच्छे रिव्यूज प्राप्त करें, और धैर्य रखें।

4. नेटवर्किंग करें

डिजिटल युग में फ्रीलांसिंग इंडस्ट्री मे भी प्रतियोगिता बहुत तेजी से बढ़ता जा रहा है। ऐसे में ऑनलाइन काम पाना मुश्किल हो सकता है।

पर इसका एक बेहतरीन समाधान है “नेटवर्किंग”।

आप इस इंडस्ट्री से जुड़े लोगों के साथ नेटवर्किंग कर सकते हैं। साथ ही, जिन लोगों का आपने काम किया है, उनसे भी अच्छे संपर्क बनाकर रखें। अगर वह आपसे प्रभावित रहे तो अपना काम तो वह आपको देंगे ही, साथ ही आपको रिकमेंड भी करेंगे, इससे आपको काम की कमी कभी नहीं होगी।

5. खुद का प्रचार करें

नेटवर्किंग से लाभ तो होगा, पर नए लोगों से जुड़ने के लिए आपको खुद का प्रचार भी करना चाहिए। इसके लिए आप सोशल मीडिया, ब्लॉगिंग, ग्रुप आदि का सहारा ले सकते हैं।

आप फ्रीलांसिंग प्लेटफॉर्म्स में बनाएं अपने प्रोफाइल या गिग्स को भी प्रमोट कर सकते हैं। जितना अधिक आपका प्रचार होगा, उतने अधिक आपको फ्रीलांसिंग के काम मिलेंगे।

7. प्रोफेशनल बनें

फ्रीलांसिंग इंडस्ट्री में आरोग्य इंसानों के लिए कोई जगह नहीं।

याद रखिए यह बिजनेस इंडस्ट्री से जुड़ा हुआ है। इसमें कोई व्यक्तिगत संबंध नहीं चलते। ना तो कोई आप पर दया करेगा, ना ही आपके लिए अपना समय बर्बाद करेगा।

इसलिए काम खुद सीखिए, अपने काम में महारत हासिल कीजिए, और अपने काम से अपना पहचान बनाईए। फिर तो लोग आपको ढूंढते हुए आएंगे।

कई बार मुझसे भी लोग फ्रीलांसिंग काम मांगने के लिए हाथ पांव जोड़ने लगते हैं, यह बड़ा इरिटेटिंग है।

ऐसी गलती बिल्कुल ना करें, प्रोफेशनल व्यवहार करें।

आपको अपने काम पर विश्वास होना चाहिए। अगर काम उच्च कोटि का होगा, तो भला कोई आपको काम क्यों नहीं देगा?

साथ ही, काम पाने के लिए भीख ना मांगे! प्रोफेशनल की तरह बात करें और सामने वाले को अपने काम से प्रभावित करें।

7. भुगतान प्रक्रिया को समझें

कई बार बाकी सब तो फ्रीलांसर ठीक कर लेते हैं, पर वह भुगतान लेते वक्त ही फस जाते हैं।

देखिए फ्रीलांसिंग काम दुनिया के किसी भी कोने से मिल सकता है। पर हर देश का currency अलग है। अन्य देश से पैसा अपने अकाउंट में मंगाने के लिए कई सारे नियम कानून होते हैं। जैसे की स्विफ्ट कोड, पेयपल अकाउंट आदि की जानकारी आपको होनी ही चाहिए।

अगर आप यह नहीं कर पाए, और ग्राहक परेशान हुआ, तो वह अपना आर्डर वापस ले सकता है, या फिर दोबारा आपके साथ काम नहीं करेगा।

इसीलिए भुगतान प्रक्रिया को अच्छे से समझ कर उसके अनुरूप सारे व्यवस्था पहले से ही करके रखें।

निष्कर्ष

इस ब्लॉग पोस्ट में, हमने आपको विस्तार में बताया फ्रीलांसिंग क्या है (Freelancing kya Hai)। इसमें आप अपनी मर्जी से जब चाहे, जितना चाहे, जहां से चाहे और जिसका चाहे काम कर सकते हैं। बस दिक्कत यह है कि काम मिलने की कोई गारंटी नहीं, वह आपके कौशल निपुणता पर निर्भर करता है। इसके अलावा अधिकांश समय आपको फ्रीलांसिंग वेबसाइट के जरिए ही काम ढूंढना पड़ता है। क्योंकि सीधे तो कई आपको काम नहीं देगा, क्योंकि उसे आप पर विश्वास नहीं होगा। फ्रीलांसिंग मैं आने वाली चुनौतियां, फायदे तथा नुकसान सभी के बारे में हमने यहां चर्चा किया। साथ-ही हमने इसकी विशेषताएं भी बताई।

फ्रीलांसिंग नए युग का नौकरी है। आने वाले समय में 90% से भी अधिक नौकरियां फ्रीलांसिंग में ही परिवर्तित हो जाएगी। इसीलिए समय रहते ही आपको भी फ्रीलांसिंग की ओर रुख कर लेना चाहिए। भारत में फ्रीलांसिंग कैसे शुरू करें वह भी हमने यहां आपको सरल भाषा में समझाया है। इसका पूरा रोड मैप ही हमने आपको बता दिया है। अब भी इससे संबंधित कोई प्रश्न या संदेह आपके मन में है तो आप नीचे कमेंट में पूछ सकते हैं। धन्यवाद!

FAQ

Q1. सरल शब्दों में फ्रीलांसिंग क्या है?

सरल शब्दों में कहूं तो फ्रीलांसिंग आधुनिक युग का नौकरी है। इसमें आप कौन सा काम करेंगे, कितना करेंगे, कितने रुपए में करेंगे, और किसके लिए करेंगे, सब आप अपनी मर्जी से तय कर सकते हैं। साथ-ही यह ऑनलाइन होता है, तो आप जहां से भी चाहे कर सकते हैं।

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