21वीं सदी में जहां एक तरफ नौकरियों की बहुत ज्यादा कमी है, वहीं दूसरी तरफ खर्चे आए दिन बढ़ रहे हैं। एक वक्त था जब पढ़े-लिखे लोगों को बुलाकर नौकरियां दी जाती थी। पर अब तो बड़े-बड़े डिग्रियों वालों को भी नौकरी नहीं मिलती। लेकिन यह बात तो आप भी समझते हैं की कमाई तो…